प्री-डायबिटीज – डायबिटीज से पहले की घंटी!

प्री-डायबिटीज – डायबिटीज से पहले की घंटी!

Prediabetes

कुछ दिन पहले मेरे पास 42 साल के एक मरीज़, राजेश जी, अपनी हेल्थ रिपोर्ट लेकर आए।
रिपोर्ट में लिखा था —

> Fasting Sugar: 112 mg/dl
HbA1c: 6.1%

वो बोले, “डॉक्टर साहब, क्या मुझे डायबिटीज हो गई है?”
मैंने मुस्कुराते हुए कहा — “अभी नहीं, लेकिन अगर अभी नहीं संभले तो बहुत जल्दी हो जाएगी।”

यही है प्री-डायबिटीज – जब शुगर सामान्य से ज़्यादा होती है, लेकिन इतनी नहीं कि उसे डायबिटीज कहा जाए।
ये शरीर की पहली चेतावनी घंटी है — “सावधान! रास्ता बदलो, वरना आगे डायबिटीज है।”

⚕️ प्री-डायबिटीज क्या होती है?

प्री-डायबिटीज का मतलब है कि आपके शरीर में इंसुलिन काम तो कर रहा है, लेकिन पहले जितनी प्रभावी तरीके से नहीं।
इसलिए ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।

इसे आप ऐसे समझिए 

> जैसे आपकी बाइक का ब्रेक धीरे-धीरे कमज़ोर हो रहा है —
अगर अभी मरम्मत कर ली जाए तो ठीक हो जाएगा,
लेकिन अगर अनदेखा किया तो एक दिन एक्सीडेंट तय है।

किन लोगों में होता है ज़्यादा ख़तरा?

पेट के आसपास मोटापा (belly fat)

दिनभर बैठने वाली जीवनशैली

परिवार में डायबिटीज का इतिहास

नींद की कमी और तनाव

35 साल से ज़्यादा उम्र

ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना

⚠️ लक्षण अक्सर नहीं होते, लेकिन संकेत मिलते हैं…

प्री-डायबिटीज में ज्यादातर लोग बिल्कुल ठीक दिखते हैं,
लेकिन अगर ध्यान दें तो कुछ चीज़ें इशारा कर सकती हैं –

बार-बार भूख लगना

जल्दी थकान

पेट के आसपास चर्बी बढ़ना

नींद का पैटर्न बिगड़ना

हेल्थ चेकअप में शुगर थोड़ा बढ़ा हुआ आना

कैसे पता चले कि प्री-डायबिटीज है या नहीं?

किसी भी नज़दीकी लैब में ये तीन टेस्ट करवाइए

जांच सामान्य प्री-डायबिटीज डायबिटीज

Fasting Sugar <100 mg/dl 100–125 mg/dl ≥126 mg/dl
HbA1c (3 महीने की औसत शुगर) <5.7% 5.7–6.4% ≥6.5%
OGTT (2 घंटे बाद शुगर) <140 mg/dl 140–199 mg/dl ≥200 mg/dl

अगर आपकी रिपोर्ट प्री-डायबिटीज रेंज में है —
तो घबराइए नहीं, यह इलाज से ठीक हो सकता है।

️ क्या खाएं और क्या नहीं?

राजेश जी की डाइट में हमने बस छोटे बदलाव किए —

सुबह उठकर गुनगुना पानी और थोड़ा नींबू

नाश्ते में ओट्स, दही या अंकुरित दालें

लंच में सलाद + दाल + रोटी + सब्ज़ी,
(रोटी मोटे आटे या जौ-बाजरे की)

रात को हल्का खाना और जल्दी डिनर

मीठा और जूस को “वीकेंड स्पेशल” बना दिया – यानी कभी-कभी।

तीन महीने बाद उनका HbA1c 6.1 से घटकर 5.6 हो गया।
यानी प्री-डायबिटीज रिवर्स!

‍♂️ लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव, बड़े असर

1. रोज़ 30–45 मिनट तेज़ चलना या साइक्लिंग करें।

2. ऑफिस में हर घंटे 5 मिनट खड़े होकर चलें।

3. टीवी या मोबाइल के साथ स्नैकिंग बंद करें।

4. तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें।

5. रात में 7 घंटे की नींद लें।

6. धूम्रपान और शराब छोड़ें।

क्या प्री-डायबिटीज ठीक हो सकती है?

हाँ, बिल्कुल!
अगर आप अभी से सुधार शुरू कर दें तो आपकी शुगर पूरी तरह सामान्य हो सकती है।
डायबिटीज को रोकने का सबसे अच्छा समय यही है।

> “प्री-डायबिटीज एक चेतावनी है, सज़ा नहीं।”
— डॉ. सुधीर कुमार यादव

❤️ संदेश अंत में

अगर आपकी शुगर थोड़ा बढ़ी हुई है — तो डरिए नहीं, समझिए।
आपके पास अभी भी मौका है अपनी सेहत को बचाने का।
थोड़ी जागरूकता, थोड़ा परिश्रम, और सही सलाह से
आप डायबिटीज को आने से रोक सकते हैं।

आज बदलेंगे – तो कल बचेंगे।
प्री-डायबिटीज पर रोक लगाइए,
स्वस्थ जीवन अपनाइए। 

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